कुसुम योजना: भारत में सौर ऊर्जा का प्रोत्साहन

27.05.23 11:48 AM - By SOLAR-MAIT


कुसुम योजना: भारत में सौर ऊर्जा का प्रोत्साहन

वर्षों से हमारा पर्यावरण धीरे-धीरे प्रदूषण, जलसंकट और ऊर्जा संकट की चपेट में आ रहा है। इस समस्या का सामना करते हुए भारत सरकार ने स्वतंत्रता के 75वें वर्ष मनाने के अवसर पर नई ऊर्जा योजनाओं की शुरुआत की है। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है "कुसुम योजना"। यह योजना किसानों के लिए है और सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने का उद्देश्य रखती है। चलिए, हम इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।

"कुसुम योजना" का पूरा नाम किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान है। यह योजना नवीन एवं नवाचारी ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा भारत सरकार के तत्वाधान में शुरू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा का उपयोग करने की प्रोत्साहन देना है और उन्हें एक सुरक्षित आय स्रोत प्रदान करना है।

"कुसुम योजना" के तहत सरकार किसानों को सौर पंपों के स्थापना, मौजूदा ग्रिड-कनेक्टेड कृषि पंपों के सौरीकरण और छोटे स्तरीय सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक डीजल और बिजली से चलने वाले पंपों को सौर ऊर्जा से बदलकर किसानों की डिपेंडेंसी को कम करना और कृषि के लिए आमदनी में कमी लाना है।

यहां कुसुम योजना की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं:

1.  सौर पंप: योजना के तहत सरकार किसानों को सौर पंपों की स्थापना के लिए सब्सिडी प्रदान करती है। किसान इन सौर पंपों का उपयोग अपनी सिंचाई की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कर सकते हैं और पारंपरिक पंपों पर अपनी आय को बढ़ाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं।

2.  ग्रिड-कनेक्टेड पंपों का सौरीकरण: योजना ग्रिड-कनेक्टेड कृषि पंपों के सौरीकरण को भी समर्थन करती है। सौर पैनलों को इन पंपों के साथ स्थापित करके किसान अपनी बिजली के बिल को कम कर सकते हैं और अतिरिक्त बिजली को ग्रिड को बेचकर अतिरिक्त आय कमा सकते हैं।

3.  सौर ऊर्जा संयंत्र: कुसुम योजना किसानों को खाली या कृषि योग्य भूमि पर छोटे स्तरीय सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना को भी प्रोत्साहित करती है। ये सौर ऊर्जा संयंत्र बिजली उत्पादन कर सकते हैं और किसानों के लिए एक अतिरिक्त आय स्रोत प्रदान कर सकते हैं।

4.  वित्तीय सहायता: सरकार सौर पंपों और सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए योग्य किसानों को सब्सिडी, अनुदान और कर्ज की रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करती है। वित्तीय सहायता की राशि परियोजना के आकार और स्थान पर निर्भर कर सकती है।

"कुसुम योजना" के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचाने के माध्यम से सरकार उनकी ऊर्जा लागत को कम कर, उन्हें एक स्थिर आय स्रोत प्रदान करने और सस्ती सौर ऊर्जा को बढ़ावा देकर खेती को सुस्त और स्वच्छ बनाने में सहायता करती है। यह योजना देश के नवीनतम ऊर्जा लक्ष्यों में सहायता प्रदान करती है और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करती है।

अगर आप "कुसुम योजना" पर और विस्तृत जानकारी या किसी विशेष ब्लॉग की तलाश में हैं, तो मैं सलाह दूंगा कि आप ऑनलाइन खोज करें या आधिकारिक सरकारी वेबसाइट का दौरा करें ताकि आप योजना से संबंधित नवीनतम अपडेट और संसाधन प्राप्त कर सकें।

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